जय जय सचिन रनों के सागर ।
कीन्हा भारत नाम उजागर । । १। ।
बरसन से क्रिकेट में छाये ।
दुनिया भर में नाम कमाये । । २। ।
हाथ बाल और बैट बिराजै ।
दाढ़ी मूंछ फ्रेंच कट साजै । । ३। ।
महावीर क्रिकेट के संगी ।
जमते पहने शर्ट तिरंगी । । ४। ।
भोली सूरत लगते प्यारे ।
फैन तुम्हारे तुम पर वारे । । ५। ।
पर गंभीर विकेट पर होते ।
जागरूक हो ,कभी न सोते । । ६ । ।
आपन बैट समारौ आपे ।
बॉलर सभी हांक ते कांपै। । ७। ।
छोटा कद बन बड़ा दिखाया ।
बड़ो -बड़ो का किया सफाया । । ९। ।
हूपर ने "कुक" तुम्हे बनायो ।
तुमने उसको पाठ पढ़ायों । । १० । ।
"शेनवार्न "को मजा चखायो ।
सपने में तुम्हरो डर खायो । । ११। ।
कर्टली कोर्टनी निकट न आवे ।
"सचिन वीर " जब सिक्स लगावै । । १२। ।
गेंद हर इक बॉलर की धुन ली ।
"मुरली "लगे बजाने मुरली । । १३। ।
चैन गया "सक़लैन " उदासे ।
पलटे सचिन मैच के पासे । । १४। ।
रन अम्बार तुम्हारे पासा ।
भारत को तुमसे है आशा ॥ १५॥
तुम्हरे पीछे -पीछे "लारा "।
उससे बढ़कर तुमने मारा ॥ १६॥
सत्तर हंड्रेड खूब बनाये ।
अर्धशतक अनगिनत जमाये ॥ १७॥
रन सहस्त्र बाईस का पर्वत ।
चढ़ पाये क्या कोई हज़रत ?॥ १८॥
तोड़ रिकॉर्ड न कोई पाया ।
जो पहाड़ सा "सचिन "बनाया ॥ १९॥
"कवर -ड्राइव"प्रिय "शॉट" तुम्हारा ।
'पैडल-शॉट " अचानक मारा ॥ २०॥
"कपिल " "गावस्कर " कीन्ह बड़ाई ।
तुम मम प्रिय "तेंदुलकर " भाई ॥ २१॥
नंगे सर ,बल्ला कर माही ।
शतक मार गये अचरज नाही ॥ २२॥
"मास्टर -ब्लास्टर " सही कहाते ।
फैन प्रशंसा कर न अघाते ॥ २३॥
कई विकेट भी तुम ले लीन्हा ।
कीन्हा भारत नाम उजागर । । १। ।
बरसन से क्रिकेट में छाये ।
दुनिया भर में नाम कमाये । । २। ।
हाथ बाल और बैट बिराजै ।
दाढ़ी मूंछ फ्रेंच कट साजै । । ३। ।
महावीर क्रिकेट के संगी ।
जमते पहने शर्ट तिरंगी । । ४। ।
भोली सूरत लगते प्यारे ।
फैन तुम्हारे तुम पर वारे । । ५। ।
पर गंभीर विकेट पर होते ।
जागरूक हो ,कभी न सोते । । ६ । ।
आपन बैट समारौ आपे ।
बॉलर सभी हांक ते कांपै। । ७। ।
छोटा कद बन बड़ा दिखाया ।
बड़ो -बड़ो का किया सफाया । । ९। ।
हूपर ने "कुक" तुम्हे बनायो ।
तुमने उसको पाठ पढ़ायों । । १० । ।
"शेनवार्न "को मजा चखायो ।
सपने में तुम्हरो डर खायो । । ११। ।
कर्टली कोर्टनी निकट न आवे ।
"सचिन वीर " जब सिक्स लगावै । । १२। ।
गेंद हर इक बॉलर की धुन ली ।
"मुरली "लगे बजाने मुरली । । १३। ।
चैन गया "सक़लैन " उदासे ।
पलटे सचिन मैच के पासे । । १४। ।
रन अम्बार तुम्हारे पासा ।
भारत को तुमसे है आशा ॥ १५॥
तुम्हरे पीछे -पीछे "लारा "।
उससे बढ़कर तुमने मारा ॥ १६॥
सत्तर हंड्रेड खूब बनाये ।
अर्धशतक अनगिनत जमाये ॥ १७॥
रन सहस्त्र बाईस का पर्वत ।
चढ़ पाये क्या कोई हज़रत ?॥ १८॥
तोड़ रिकॉर्ड न कोई पाया ।
जो पहाड़ सा "सचिन "बनाया ॥ १९॥
"कवर -ड्राइव"प्रिय "शॉट" तुम्हारा ।
'पैडल-शॉट " अचानक मारा ॥ २०॥
"कपिल " "गावस्कर " कीन्ह बड़ाई ।
तुम मम प्रिय "तेंदुलकर " भाई ॥ २१॥
नंगे सर ,बल्ला कर माही ।
शतक मार गये अचरज नाही ॥ २२॥
"मास्टर -ब्लास्टर " सही कहाते ।
फैन प्रशंसा कर न अघाते ॥ २३॥
कई विकेट भी तुम ले लीन्हा ।
स्पिन बॉलर अचरज कीन्हा ॥ २४॥
बड़ो -बड़ो के विकेट उखाड़े ।
बॉलिंग में भी झंडे गाड़े ॥ २५॥
और क्रिकेटर चित न धरई ।
"सचिन "सेई ,बाल जो धुनइ ॥ २६॥
संकट से तुम सदा बचायो ।
जब -जब भारत हारत पायो ॥ २७॥
पी पी पेप्सी छक्के मारो ।
भारत तारो ,भारत तारो ॥ २८॥
तुमसे ही है आस हमारी ।
लडखडाये न अपनी पारी ॥ २९॥
फिर से ऐसा रंग जमा दो ।
दुनिया भर को "सचिन" दिखा दो ॥ ३०॥
तुमसे बढ़कर नही खिलाडी !
दौड़ा दो भारत की गाडी ॥ ३१॥
भारत नंबर वन हो पाये ।
सेहरा तुम्हरे सिर बंध जाये ॥ ३२॥
दोहा :-क्रिकेट के संकट -हरन ,शतक जमाओ वीर ।
रन की मधु बौछार हो ,उड़े गुलाल -अबीर ॥
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रचनाकार -राजेश अरोरा
आज सचिन ki सालगिरह है ,इसलिए बधाई के रूप में इसे डाली हूँ । मैं बाहर हूँ आते ही आपलोग के ब्लॉग पर आऊँगी ,तबतक के माफ़ी चाहती हूँ सभी से ।